हिन्दू धर्म शिक्षा देता है सहभोज न करने की, अंतर्विवाह न करने की और परस्पर संबंध न रखने की। जो हिन्दू धर्म दर्शन की देन है। यही दर्शन बंधुभाव को पुरी तरह नकारता है। हिन्दू धर्म समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व का विरोधी है। असमानता हिन्दू धर्म की आत्मा है।
डाॅ• अम्बेडकर। खण्ड-6 पृ-88-89•
डाॅ• अम्बेडकर। खण्ड-6 पृ-88-89•
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